Friday, October 9, 2020
बहुजन नायक मान्यवर कांशीराम साहब जी के 14वें महापरिनिर्वाण दिवस पर आदर सहित पुष्पांजलि व कोटि-कोटि नमन
*प्रेस नोट.*- *मान्यवर कांशी राम जी का महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया* *जोधपुर*- *भीम आर्मी भारत एकता मिशन जोधपुर के बैनर तले भीम आर्मी प्रदेश उपाध्यक्ष इदरीश बेलिम, भीम आर्मी जिलाध्यक्ष आनंदपाल चौहान, भीम आर्मी जिला प्रभारी सुनील भाटी सरगरा, भीम आर्मी उपाध्यक्ष प्रेम मेहरा, भीम आर्मी महासचिव सूरज भील आदि के नेतृत्व में आज पाल गांव बाबा रामदेव मंदिर पर मान्यवर साहब काशीराम जी का महापरिनिर्वाण दिवस पुष्पांजलि और श्रद्धांजलि के रूप में मनाया गया बहुजन समाज में जन्मे सभी महापुरुषों पर प्रकाश डाला गया और बाबा साहब और मान्यवर कांशीराम जी के मार्ग पर चलने का आहान भी किया गया और मान्यवर साहब कांशीराम जी के जीवन काल और उनके संघर्ष के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई सभी बहुजन समाज के साथियों ने अपने अपने विचार रखें मंच का संचालन भीम आर्मी जिला प्रभारी सुनील भाटी सरगरा ने किया साथ में शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने और बहुजन समाज को मजबूत और संगठन को मजबूत कर शासक बनने का आह्वान भी किया गया इस दौरान शिक्षक जगदीश बारूपाल, भीम आर्मी पाली जिलाध्यक्ष रमेश बरवड, भेराराम भील, नरपत राम पवार, शंभू लाल रेगर, छात्र नेता- महेंद्र सारण चौधरी पाल, गणपत राम सारण जी पाल, पोलाराम भील, राकेश चौहान, समाजसेवी शंकर लाल चौहान, जगदीश भील, गंगाणी सरपंच बिजाराम भील, पाल वार्ड पंच जितेंद्र चौहान, वार्ड पंच गोविंद चौहान, ग्राम सेवक पाल राजवीर चौधरी, पिंटू चौहान, सुरेश चौहान, सुखदेव चौहान, जगदीश चौहान आदि बहुजन समाज के गणमान्य लोग और भीम आर्मी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे*
Wednesday, September 30, 2020
बहन को न्याय दिलाने के लिए भीम आर्मी ने राष्ट्रपति के नाम दिया ज्ञापन
*प्रेस नोट* *निंदनीय अमानवीय घटना जिला हाथरस को लेकर भीम आर्मी ने ज्ञापन सौंपा* *जोधपुर*- *भीम आर्मी भारत एकता मिशन जोधपुर संगठन के जिला अध्यक्ष आनंदपाल चौहान व भीम आर्मी जिला प्रभारी सुनील भाटी सरगरा, जिला उपाध्यक्ष प्रेम मेहरा, महिला विग जिला अध्यक्ष रेखा मेवाड़ा ने संयुक्त जोधपुर उप जिला कलेक्टर महोदय के माध्यम से राष्ट्रपति महोदय जी को ज्ञापन सौंपा ज्ञापन में बताया गया 14 सितंबर ग्राम बुलगटी जिला हाथरस उत्तर प्रदेश कि दलित समाज की बेटी मनीषा वाल्मिकी चारा काटने खेत पर गई जहां गांव के असामाजिक तत्वो ने उसका सामूहिक दुष्कर्म किया और जान से मारने की नियत से उसकी रीड की हड्डी वह गले की हड्डी तोड़ दी गई बहन बयाना दे सके इस नियत से उसकी जीभ भी काटी गई पिछले 15 दिन से जिंदगी और मौत से लड़ रही बहन कल जंग हार गई जब पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लगा रहा था शासन प्रशासन द्वारा जबरदस्ती उठाकर उन्हें अपने साथ देर रात ले जाकर बिना पीड़ित परिवार की इच्छा के बिना दाह संस्कार करवाया गया और भीम आर्मी संस्थापक व आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद जी ने 2 दिन पूर्व ही बहन को एम्स दिल्ली भेज इलाज की सरकार से गुहार लगाई थी लेकिन सरकार ने कुछ भी संज्ञान नहीं लिया चंद्रशेखर शेखर आजाद कल हॉस्पिटल के बाहर बहनों को न्याय दिलाने की गुहार लगा रहे थे प्रशासन ने आजाद जी को गिरफ्तार कर दिया इसकी भीम आर्मी संगठन कड़े शब्दों में निंदा करती है शासन प्रशासन से अपील करती है चंद्रशेखर आजाद को तुरंत प्रभाव से रिहा किया जाए भीम आर्मी जोधपुर संगठन की ओर से सरकार से 5 सूत्रीय मांगे रखी गई ज्ञापन में 1. पूरे प्रकरण की निष्पक्ष सीबीआई जांच करवाई जाए. 2. पीड़ित परिवार को आर्थिक मुआवजा दिया जाए और पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए. 3. फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाए.4. पीड़ित परिवार को उत्तर प्रदेश शहर में सरकारी आवास मैं रखा जाए और कानूनी सुरक्षा प्रदान की जाए. 5. घटना में दोषी अपराधियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए. अभी ज्ञापन में मांगे रखी थी और सरकार से अपील की गई इन सभी मांगों को तुरंत प्रभाव से संज्ञान में ले और बहन को न्याय दे नहीं तो भीम आर्मी पूरे भारतवर्ष में महा आंदोलन करेगी ज्ञापन के दौरान भीम सेना के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेंद्र भाटी, जिला अध्यक्ष कुशाल जयपाल, जगदीश बारूपाल सामाजिक कार्यकर्ता, अनिल तेजी, उर्मिला मेवाड़ा, नरेश कंडारा अध्यक्ष आजाद दलित फौज, मानवाधिकार एवं भ्रष्टाचार उन्मूलन संगठन के प्रदेश विधि सलाहकार एडवोकेट एस.के. मारू. मानवाधिकार एवं भ्रष्टाचार उन्मूलन संगठन के पाली जिला युवा विंग अध्यक्ष हुकमाराम बरवड, एम .एल. परिहार EX. सब इंस्पेक्टर CISF, कमलेश तवर सुरेंद्र सरगरा ,करण सरगरा, शिवलाल सरगरा, दीपक अंबेडकर, जितेंद्र बिकुदिया, एडवोकेट किशन जी, सुनील जांगिड़ आदि उपस्थित रहे*
Thursday, September 24, 2020
निजीकरण व किसान विरोधी बिल के विरुद्ध भीम आर्मी जोधपुर में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा
*प्रेस नोट*-
*निजीकरण पर रोक व किसान विरोधी बिल को रद्द, अंबेडकर पीठ बंद को लेकर ज्ञापन सौंपा* *जोधपुर*- *आज भीम आर्मी एकता मिशन जोधपुर ने उप जिला कलेक्टर के माध्यम से राष्ट्रपति महोदय एवं मुख्यमंत्री महोदय जी को ज्ञापन सौंपा भीम आर्मी संगठन को अाजाद समाज पार्टी ने पूरे भारत में निजी करण किसान विरोधी बिल अंबेडकर पीठ बंद को लेकर देशव्यापी विरोध दर्ज कराया गया भीम आर्मी जिला अध्यक्ष आनंदपाल चौहान, भीम आर्मी जिला प्रभारी सुनील भाटी सरगरा, भीम आर्मी जिला उपाध्यक्ष प्रेम मेहरा, महिला विंग जिला अध्यक्ष रेखा मेवाड़ा, के संयुक्त संयुक्त ने ज्ञापन मैं बताया देश की सरकारी क्षेत्रों में निजी करण पर रोक, अन्य निजी क्षेत्रों में एससी एसटी ओबीसी माइनॉरिटी को आरक्षण, युवाओं को रोजगार आदि मांगों को लेकर राष्ट्रपति महोदय जी को ज्ञापन दिया गया और साथ में राज्य सरकार के आदेश पर डॉ अंबेडकर पीठ को बंद किया गया है उससे फिर से चालू करने को लेकर उप जिला कलेक्टर महोदय जी के माध्यम से मुख्यमंत्री महोदय जी को ज्ञापन दिया गया और संगठन की तरफ से सोशल डिस्टेंसिंग, व धारा 144, मार्क्स सरकार की गाइड लाइन का विशेष ध्यान रखा गया ज्ञापन के दौरान उर्मिला मेवाड़ा, जगदीश बारूपाल आदि उपस्थित रहे*
Wednesday, September 23, 2020
शंकर लाल मेघवाल बिलड़ी को चित्तौड़गढ़ जिला उपाध्यक्ष नियुक्त किया
*छोटी उम्र में यह मुकाम हासिल*
_शंकरलाल मेघवाल बिलड़ी बीएसपी जिला उपाध्यक्ष नियुक्त_
चित्तौड़गढ़@23 सितंबर 2020
पिछले कुछ सालों से समाजसेवा व सामाजिक कार्य में अग्रणी रहने वाले शंकरलाल मेघवाल बिलड़ी को आखिरकार बहुजन समाज पार्टी का जिला उपाध्यक्ष नियुक्त किया। छोटी उम्र में सामाजिक क्षेत्र में अपना वर्चस्व बनाने वाले शंकरलाल मेघवाल बिलड़ी को राष्ट्रीय पार्टी बसपा द्वारा जिला उपाध्यक्ष नियुक्त करना पार्टी में नई जान डालने के समान हैं।
आपको बता दें कि मेघवाल लंबे समय से समाज सेवा से जुड़े हुए हैं पूर्व में कई सामाजिक संगठनों के जिलाध्यक्ष पद पर रह चुके हैं राजस्थान मेघवाल परिषद के पूर्व जिला अध्यक्ष रह चुके हैं एवं वर्तमान में प्रतापगढ़ जिला प्रभारी नियुक्त हैं।
बसपा पार्टी ही क्यों चुनी पूछे जाने पर शंकरलाल मेघवाल बिलड़ी ने बताया की देश की तीसरी सबसे बड़ी राष्ट्रीय पार्टी बसपा है बसपा का उद्देश्य हैं सर्वजन सुखाय सर्वजन हिताय की भावनाओं रखते हुए कार्य करती हैं बसपा एकमात्र राजनीतिक पार्टी हैं जो सर्व समाज को एक साथ लेकर चलती हैं। दलित पिछड़ों अल्पसंख्यक को एवं गरीब मजदूर किसानों के हक अधिकार के लिए हमेशा लड़ती रही हैं। साथ ही कहा कि बसपा ने जिला उपाध्यक्ष बनाकर जो जिम्मेदारी दी हैं उस जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा लगन के साथ निभाएंगे एवं सर्व समाज को साथ लेकर उनके हित में कार्य किया जाएगा।
Tuesday, September 15, 2020
आत्मदाह मामले में राजस्थान मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन
-- *प्रेस नोट*-- *दलित युवक आत्मदाह करने के मामले में ज्ञापन सौंपा*
*जोधपुर-* *भीम आर्मी एकता मिशन संगठन जोधपुर के तत्वाधान में आनंदपाल चौहान जिलाध्यक्ष व सुनील भाटी सरगरा जिला प्रभारी जोधपुर की अध्यक्षता मे उप जिला कलेक्टर महोदय मदनलाल नेहरा जी को मुख्यमंत्री महोदय अशोक गहलोत जी व श्रीमान पुलिस महानिरीक्षक महोदय जोधपुर रेंज के नाम ज्ञापन सौंपा- ज्ञापन मे बताया गया कि*
*जैसलमेर जिले के पोकरण थाने में जाकर आत्मदाह के लिए मजबूर हुए गिरधारीराम भील की मौत के जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने और सरकारी कार्मिकों को बर्खास्त करने के संबंध में*
*संदर्भ--एफआईआर सं.65/20 PS रामदेवरा, जैसलमेर उपयुक्त विषयांतर्गत मामले में प्रदेश व्यापी विरोध प्रदर्शन के तहत हम सभी संगठन और न्यायपसंद नागरिक राजस्थान की सरकार से मांग करते हैं कि---*
*🔵 गिरधारीराम भील को आत्मदाह करने के लिए मजबूर करने वाले सभी आरोपीयों को अविलंब गिरफ्तार कर जेल भिजवाऐं*
*🔵 मामला मृतक की खातेदारी जमीन से जुड़ा हुआ है, मृतक के परिवार को बेखल करने का षड़यंत्र किया गया जिसमें कई प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका में रही हैं अतः इन सभी को बर्खास्त किया जाए।*
*🔵इस प्रकरण में रामदेवरा सरपंच समंदरसिंह मुख्य अभियुक्त हैं अतः इसे सरपंच पद से बर्खास्त कर हमेशा के लिए अयोग्य घोषित किया जाए
🔵पीड़ित परिवार को 50 लाख का मुआवजा दिया जाए
*🔵पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएं*
*🔵 मृतक के परिजनों के खेत का सीमांकन कर उन्हें सम्पूर्ण कब्जा दिलाया जाएं*
*🔵 इस मामले में संपूर्ण अनुसंधान को निष्पक्ष तरीके से करने के प्रभावी कदम उठाए जाएं और न्यायालय में शीघ्र ही चालान पेश किया जाएं*
*महोदय जी, हम इस मांगपत्र के माध्यम से आपको आगाह करना चाहते हैं कि दलितों, आदिवासियों और अन्य कमजोर वर्ग पर हमले नहीं रुके तो संविधान और लोकतंत्र में भरोसा करने वाले राजस्थान के तमाम संगठन सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेदारी राजस्थान सरकार की होगी। ज्ञापन के दौरान संगठन के सभी पदाधिकारी जिला उपाध्यक्ष प्रेम मेहरा , मांगीलाल परिहार जी, जिला सचिव ललित किशोर भील, रवि चौहान राजस्थान हाई कोर्ट, ओमराम मेहरा, महेंद्र सरगरा, करण सरगरा, आदि उपस्थित रहे*
Friday, August 28, 2020
*कल भीम आर्मी भारत एकता मिशन "जोधपुर भीम आर्मी द्वारा जिला अध्यक्ष आनंदपाल जी जन्म दिवस पर कार्यकारिणी का विस्तार किया गया-
*कल भीम आर्मी एकता मिशन जोधपुर आजाद समाज पार्टी की मीटिंग का आयोजन रखा गया संगठन और पार्टी को मजबूत करने का आह्वान किया गया और पुरे बहुजन समाज को एकजुट और संगठित करने व शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने का अहान किया बहुजन समाज के महापुरुषों के जीवन और संघर्षों पर प्रकाश डाला गया-- साथ में "जोधपुर भीम आर्मी जिला कार्यकारिणी का विस्तार किया गया-- रुपेश कटारिया को जिला सचिव पद पर नियुक्त किया गया-- ललित किशोर भील नागोरी गेट जिला प्रचार मंत्री के पद पर नियुक्त किया गया-- सोहन राठौड़ जी संगरिया जिला सचिव पद पर नियुक्त किया गया- "" भीम आर्मी परिवार समस्त बहुजन समाज के साथियों ने नव पदाधिकारियों को हार्दिक बधाई और उज्जवल भविष्य की हार्दिक शुभकामनाएं दी इस दौरान भीम आर्मी की सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे*-. *भीम आर्मी प्रदेश उपाध्यक्ष इदरीश बेलिम- जिला अध्यक्ष आनंदपाल चौहान- जिला प्रभारी सुनील भाटी सरगरा- जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुकेश सोडा- जिला उपाध्यक्ष प्रेम मेहरा झालामंड- जिला महासचिव सूरज भील भांडु- जिला सचिव जगदीश बारूपाल जी- पाली जिला अध्यक्ष रमेश बरवड -लूणी तहसील अध्यक्ष राकेश नंदवान- लूणी तहसील प्रभारी पोलाराम भील- लूणी तहसील मंत्री आर.के. झालामंड- शेरगढ़ तहसील अध्यक्ष लोकेश भील - तिंवरी तहसील अध्यक्ष हुकम चंद बौद्ध- मथानिया दीपक अंबेडकर- महेंद्र- सीनियर मिसनरी साथी M.L परिहार जी- रतन गुणपाल झालामंड- पुरण मेघवाल झालामंड- रवि चौहान राजस्थान हाई कोर्ट- सुरेंद्र सरगरा संगरिया- मांगीलाल जी भील- जीतू मेहरा कुड़ी- हुकमाराम जी लाल की- अशोक सोडा- हीरा पाल- और आदि पदाधिकारी व कार्यकर्ता और बहुजन समाज के लोग उपस्थित रहे*
Monday, August 3, 2020
दलित युवक को गोली मारकर हत्या
4 अगस्त, मंगलवार, सुबह 10 बजे जिला सचिवालय कैथल पहुंचे ।
हरियाणा के जिला कैथल के गांव बिरबंगड़ा में दलित युवक की सरेआम दबंगों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई है । हमलावर मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए थे तथा गांव के चौक पर सरेआम गोलियां मारी गई हमलावर ब्राह्मण जाति के बताए जा रहे हैं । पुलिस ने इस बारे में मुकदमा तो दर्ज कर दिया है लेकिन मुकदमे में आज तक एससी एसटी एक्ट की धारा नहीं जोड़ी गई है ना ही एक भी आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जैसा हम तो हर दलित अत्याचार के केस में होता है पुलिस वैसा ही व्यवहार कर रही है यानी दलित की मौत पुलिस के लिए कीड़े मकोड़ों से ज्यादा नहीं है।
इस मामले में पीड़ित परिजन से बात की है तथा मृतक युवक तथा उसके परिवार को न्याय दिलाने के लिए नेशनल अलायंस फॉर दलित ह्यूमन राइट्स तथा अन्य दलित संगठन 4 अगस्त मंगलवार सुबह 10:00 बजे जिला सचिवालय कैथल में जबरदस्त रोष प्रदर्शन करेंगे तथा साथ ही अदालत में पूरी ताकत से लड़ाई लड़ेंगे ।
रजत कलसन
प्रकृति प्रेमी रामनिवास जी मंडा ने पेड़ पौधों को बचाने का संकल्प लिया और अपने विद्यालय में वृक्षारोपण करवाया
खबर जोधपुर से~ शख्सियत परिचय में आज चलते है हम मारवाड़ की राजधानी जोधपुर।जहाँ हम आपको मिलवाते है जोधपुर जिले के उम्मेदनगर निवासी रामनिवास जी मंडा से।
वैसे तो हमारी धरती रणबांकुरों के लिए प्रसिद्ध ही है मगर आज हम जिस शख्सियत से रूबरू करवा रहे है उन्होंने तो अविस्मरणीय और ऐतिहासिक कार्य किया है तिंवरी तहसील के कोरोना महामारी के प्रमुख भामाशाह जिन्होंने पीएम फंड में 50लाख डोनेशन दिया है और लॉकडाउन में कोई भूखा नहीं सोएगा इसका भी बखूबी ध्यान रखा है और मरुधरा पब्लिक सीनियर सेकेंडरी के निर्देशक जहाँ एक तरफ पूरी दुनिया भौतिकतावादी बनी हुई है तथा रोज कमाकर खाने के साथ ही शौक पूरा करने में लगे हुवे है उसके विपरीत मारवाड़ की परंपरा के अनुरूप एक साधारण किसान परिवार में जन्मे रामनिवास जी मंडा सर प्रकृति प्रेमी जिन्होंने आज प्रकृति को बचाने के लिए अपने विद्यालय में मरुधरा उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में वृक्षारोपण किया गिलोय के 25 बेल लगवाई वृक्षारोपण के समय सामाजिक कार्यकर्ता हुकमाराम चौहान एवं सामाजिक कार्यकर्ता अनिल सुथार ( अन्ना हजारे मथानिया) कोरोना वारियर और प्रकाश जी इंजीनियर प्रकृति प्रेमी उपस्थित थे प्रकृति प्रेमी रामनिवास जी मंडा साहब ने बताया की पेड़ पौधे इस पृथ्वी का गहना है हमें इस प्रकृति को बचाना है रामनिवास जी मंडा स्कूल परिवार ने पेड़ों को बचाने का संकल्प लिया और प्रकृति प्रेमी हुकमाराम जी चौहान ने गिलोय की बेल की गुणवत्ता के बारे में बताया उन्होंने बताया कि गिलोय एक आयुर्वेदिक बेल हैं जो कई प्रकार की बीमारियों से लड़ने के लिए हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है लाभदायक है । रिपोर्ट - सुनिल जांगिड़,जोधपुर(राज)
सुरेश नायक ने मृत्यु भोज का किया विरोध समाज ने कर दिया उनको समाज से बार
*नायक समाज से बहिष्कृत सुरेश नायक ने मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर न्याय दिलाने की मांग की*
सोमवार को उपखंड मुख्यालय जिला चित्तौड़गढ़(राजस्थान) भदेसर उपखंड अधिकारी अंशुल शर्मा को सुरेश नायक निवासी करेडिया ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर न्याय दिलाने की गुहार लगाई
मामला यह है कि 8 जुलाई को मोखमपुरा थाना भादसोड़ा नायक समाज में एक मृत्यु भोज का आयोजन था जिसकी जानकारी सुरेश नायक ने संबंधित सरपंच पटवारी उपलब्ध करवाई। इस जानकारी की गोपनीयता भंग होने से समाज के लोगों को इसकी जानकारी मिल गई इससे समाज के पंच आगबबूला हो गए और 9 जुलाई को मौखिक अध्यादेश जारी कर सुरेश नायक को समाज से बहिष्कृत कर दिया साथ ही कोई भी समाज का व्यक्ति उनके साथ किसी भी प्रकार का व्यवहार रखेगा उससे भी दंड स्वरूप 5000 जुर्माना वसूला जाएगा। इस फैसले से आहत होकर सुरेश नायक ने समाज के पंचों को भी समझाया लेकिन उन्होंने इनकी बात पर कोई ध्यान नहीं दिया 14 जुलाई को पुलिस थाना भादसोड़ा में उपस्थित होकर रिपोर्ट दर्ज करवाई लेकिन आज दिनांक तक उनकी किसी भी प्रकार की सुनवाई नहीं हुई।
इसी प्रकरण के विषय में सोमवार को उपखंड मुख्यालय भदेसर पहुंचकर अपने साथ हुए अन्याय उपखंड अधिकारी को बताते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप न्याय दिलाने की बात रखी।
उक्त घटनाक्रम की निंदा करते हुए शंकरलाल मेघवाल बिलड़ी पूर्व जिला अध्यक्ष राजस्थान मेघवाल परिषद ने बताया राजस्थान के मुख्यमंत्री माननीय अशोक जी गहलोत द्वारा 3 जुलाई को पूरे राजस्थान में मृत्यु भोज निषेध अधिनियम 1960 को सख्त रुख अपनाते हुए प्रदेश के समस्त पटवारी सचिव पंच को निर्देश दिया था आपके क्षेत्र में इस प्रकार का मृत्यु भोज का आयोजन हो तुरंत मौके पर जाकर पाबंद किया जाए लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा समय पर कार्रवाई नहीं की इसका खामियाजा आज सुरेश नायक को भुगतना पड़ रहा है जो अति निंदनीय हैं।
Thursday, July 30, 2020
मृत्यु भोज का विरोध करने पर सुरेश नायक को समाज से बहिष्कृत किया
Press note 28 July 2020
*नायक समाज से बहिष्कृत सुरेश नायक ने मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर न्याय दिलाने की मांग की*
सोमवार को उपखंड मुख्यालय भदेसर उपखंड अधिकारी अंशुल शर्मा को सुरेश नायक निवासी करेडिया ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर न्याय दिलाने की गुहार लगाई
मामला यह है कि 8 जुलाई को मोखमपुरा थाना भादसोड़ा नायक समाज में एक मृत्यु भोज का आयोजन था जिसकी जानकारी सुरेश नायक ने संबंधित सरपंच पटवारी उपलब्ध करवाई। इस जानकारी की गोपनीयता भंग होने से समाज के लोगों को इसकी जानकारी मिल गई इससे समाज के पंच आगबबूला हो गए और 9 जुलाई को मौखिक अध्यादेश जारी कर सुरेश नायक को समाज से बहिष्कृत कर दिया साथ ही कोई भी समाज का व्यक्ति उनके साथ किसी भी प्रकार का व्यवहार रखेगा उससे भी दंड स्वरूप 5000 जुर्माना वसूला जाएगा। इस फैसले से आहत होकर सुरेश नायक ने समाज के पंचों को भी समझाया लेकिन उन्होंने इनकी बात पर कोई ध्यान नहीं दिया 14 जुलाई को पुलिस थाना भादसोड़ा में उपस्थित होकर रिपोर्ट दर्ज करवाई लेकिन आज दिनांक तक उनकी किसी भी प्रकार की सुनवाई नहीं हुई।
इसी प्रकरण के विषय में सोमवार को उपखंड मुख्यालय भदेसर पहुंचकर अपने साथ हुए अन्याय उपखंड अधिकारी को बताते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप न्याय दिलाने की बात रखी।
उक्त घटनाक्रम की निंदा करते हुए शंकरलाल मेघवाल बिलड़ी पूर्व जिला अध्यक्ष राजस्थान मेघवाल परिषद ने बताया राजस्थान के मुख्यमंत्री माननीय अशोक जी गहलोत द्वारा 3 जुलाई को पूरे राजस्थान में मृत्यु भोज निषेध अधिनियम 1960 को सख्त रुख अपनाते हुए प्रदेश के समस्त पटवारी सचिव पंच को निर्देश दिया था आपके क्षेत्र में इस प्रकार का मृत्यु भोज का आयोजन हो तुरंत मौके पर जाकर पाबंद किया जाए लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा समय पर कार्रवाई नहीं की इसका खामियाजा आज सुरेश नायक को भुगतना पड़ रहा है जो अति निंदनीय हैं।
Friday, July 24, 2020
सामराऊ गांव के पप्पुराम मेघवाल एक साल पहले दोनों किडनियां खराब हो गई थी। जिसके कारण परिवार कि आर्थिक स्थिति बहुत नाजूक हो गई। 8 जुलाई को जब भास्कर के अंक में यह न्यूज छपी देखकर चेराई के युवाओं ने सहयोग करने का बिङा उठाया। आर्थिक सहयोग नाम से एक व्हास्ट एप्प ग्रुप बनाकर युवाओं से सहयोग कि अपील की गई। इस ग्रुप के माध्यम से चेराई व आस पास के गांवों के लोगों ने ऑनलाइन राशि जमा कराने लगे कुछ युवकों ने रोकङ सहयोग राशि भी दी। इस ग्रुप के माध्यम से आज तक 80,000 रूपए का ऑनलाइन सहयोग किया गया। इस ग्रुप के एडमिन महेन्द्रसिंह भाटी चेराई, महेन्द्र लिलावत व पप्पसा लिलावत चेराई का अहम रोल रहा। महेन्द्र सिंह भाटी बताया कि पप्पू राम के बच्चों कि शिक्षा के लिए हमने गुजरात कि एक संस्था है जिसकी संचालक कुसुम वर्मा जी है उन्होंने शिक्षा का खर्च उठाने का आश्वासन दिया है। रोकङ राशि पप्पुराम के परिवारजनों कि उपस्थित में बच्चियों को दी गई। रीखसा लिलावत प्रेम भाटीया, श्रवण कङेला व पप्पूराम के परिवार जन उपस्थित थे।
जोधपुर भीम आर्मी परिवार ने भीम आर्मी का पांचवा स्थापना दिवस बड़ी धूम-धाम से मनाया
भीम आर्मी पांच वे स्थापना दिवस पर लख लख बधाई
सभी साथियों को जय भीम
दिनांक 21जुलाई2020 को भीम आर्मी भारत एकता मिशन के स्थापना दिवस पर जोधपुर भीम आर्मी के सभी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर जी की प्रतिमा के सामने पौधारोपण व एक दूसरे को मिठाई खिलाकर 5वां स्थापना दिवस मनाया
मौजूद रहे भीम आर्मी जिला अध्यक्ष आनंदपाल आजाद प्रदेश उपाध्यक्ष इदरीश भाई महिला विंग रेखा मेवाड़ा जिला प्रभारी सुनील सरगरा जिला महासचिव सूरज भील वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुकेश सोडा उपाध्यक्ष प्रेम मेहरा जिला महामंत्री इमरान अंसारी जिला प्रवक्ता यूसुफ बैलीम लूणी तहसील अध्यक्ष राकेश मेघवाल तिंवरी तहसील अध्यक्ष हुकमचंद बौद्ध जगदीश जी बारूपाल सोमाराम जी पवार तनावड़ा व भीम आर्मी के सभी योद्धा मौजूद रहे
भीम आर्मी भारत एकता मिशन मथानिया गांव में पौधारोपण करके प्रकृति को बचाने का संकल्प लिया
*भीम आर्मी भारत एकता मिशन ने पौधारोपण करके प्रकृति को बचाने का लिया संकल्प*
भीम आर्मी प्रवक्ता अकरम गौरी ने बताया कि भीम आर्मी भारत - एकता मिशन द्वारा क्षेत्र के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मथानिया परिसर में पौधारोपण किया । भीम आर्मी मथानिया ने स्थानीय विद्यालय के प्रधानाचार्य पारस जी जसावत के नेतृत्व में बारिश के इस मौसम में युवाओं ने प्रकृति के सौंदर्य को बढ़ाने जीवन हेतु आवश्यक ऑक्सीजन के लिए पौधारोपण कीया जिसके तहत पौधो के पालन पोषण की जिम्मेदारी ली इस दौरान जिलाध्यक्ष आनंदपाल आजाद,जिला महासचिव सूरज भील भांडु तिंवरी तहसील अध्यक्ष हुकमचंद बौद्ध तहसील प्रवक्ता मोहम्मद अकरम गौरी महासचिव आशीष बारासा , दीपक बारासा ओ.पी. सोलंकी, सामाजिक कार्यकर्ता अनिल सुथार कोरोना महामारी के योद्धा , दशरथ कड़ेला, तरूण भाटी, मुकेश मेहरा, कुलदीप हालू, सूरज बारासा, कमलेश, पिंटु खुड़िवाल आदि युवा मौजूद रहें ।
Monday, July 13, 2020
दानवीरों ने पप्पा राम मेघवाल को सपोर्ट किया
सामराऊ गांव के पप्पुराम मेघवाल एक साल पहले दोनों किडनियां खराब हो गई थी। जिसके कारण परिवार कि आर्थिक स्थिति बहुत नाजूक हो गई। 8 जुलाई को जब भास्कर के अंक में यह न्यूज छपी देखकर चेराई के युवाओं ने सहयोग करने का बिङा उठाया। आर्थिक सहयोग नाम से एक व्हास्ट एप्प ग्रुप बनाकर युवाओं से सहयोग कि अपील की गई। इस ग्रुप के माध्यम से चेराई व आस पास के गांवों के लोगों ने ऑनलाइन राशि जमा कराने लगे कुछ युवकों ने रोकङ सहयोग राशि भी दी। इस ग्रुप के माध्यम से आज तक 80,000 रूपए का ऑनलाइन सहयोग किया गया। इस ग्रुप के एडमिन महेन्द्रसिंह भाटी चेराई, महेन्द्र लिलावत व पप्पसा लिलावत चेराई का अहम रोल रहा। महेन्द्र सिंह भाटी बताया कि पप्पू राम के बच्चों कि शिक्षा के लिए हमने गुजरात कि एक संस्था है जिसकी संचालक कुसुम वर्मा जी है उन्होंने शिक्षा का खर्च उठाने का आश्वासन दिया है। रोकङ राशि पप्पुराम के परिवारजनों कि उपस्थित में बच्चियों को दी गई। रीखसा लिलावत प्रेम भाटीया, श्रवण कङेला व पप्पूराम के परिवार जन उपस्थित थे।
Sunday, July 5, 2020
भीम आर्मीतिंवरी तहसील कार्यकारिणी में विस्तार किया गया
भीम आर्मी भारत एकता मिशन तिंवरी तहसील का विस्तार करते हुए मथानिया गांव से अध्यक्ष बाबूलाल जी सिंगारिया को उपाध्यक्ष लादूराम चौहान मेघवाल मथानिया भीम आर्मी सचिव दीपक बारासा मथानिया भीम आर्मी प्रभारी कुलदीप हालु और तिंवरी तहसील प्रभारी मनीष बौद्ध और तिंवरी तहसील भीम आर्मी प्रवक्ता अकरम गोरी को बनाया भीम आर्मी भारत एकता मिशन संगठन आपकी पूर्ण विश्वास के साथ आशा करता है कि आप सविधान की पालना करते हुए समाज के साथ बहुजन मिशन को आगे बढ़ाने में सदैव संघर्षशील रहेंगे
भीम आर्मी भारत एकता मिशन आपके उज्जवल भविष्य की कामना करता है
Sunday, June 14, 2020
स्तब्ध हूँ.बॉलीवुड से एक बेहद ही बुरी खबर आ रही है. एम एस धोनी जैसी हिट फिल्म देने वाले मशहूर युवा अभिनेता और IIT JEE जैसी अति प्रतिष्ठित परीक्षा के ऑल इंडिया टॉपर रहे सुशांत सिंह राजपूत ने खुदकुशी कर ली है.🙏🙏🙏फ़िल्म #chichhore में तनाव,दबाव,परेशानी,अवसाद और असफलता से लड़ने की शिक्षा देने वाला प्रतिभासम्पन्न युवा आज खुद की परेशानी से हार गया. सुशांत सिंह ने इस फिल्म में अपने बेटे को समझाया कि आत्महत्या किसी समस्या का समाधान नहीं है.जीवन में हार जीत चलती रहती है.हँसमुख चेहरे वाले लोग भीतर से कितने तनावग्रस्त होते हैं,दुर्भाग्यवश हम इसका अनुमान नहीं लगा सकते.😢😢😢हमने बेहतरीन अभिनेता को खो दिया.अश्रुपूरित श्रद्धाजंलि!ईश्वर उनकी आत्मा को अपने श्रीचरणों मे स्थान दे और उनके परिजनों,शुभ चिंतकों को इस वज्रपात को सहने की शक्ति दे.#RIPSushantSinghRajput #श्रद्धांजलि_सुशांत_सिंह_राजपूत
मध्यप्रदेश में बाबा साहब की मूर्ति तोड़ीकोरोना का खौफ नहीं #बाबासाहेब का खौफ चल रहा है मनुवादीयो के दिलो में, क्या शख्सियत रही होगी उस व्यक्ति कि जिसकी मूर्ती से मनुवादी आज भी इतने विचलित बैचैन हो जाते हैं। सुनो वे कायरो मूर्ती तोङने से #अंबेडकर मरा नही करते बल्कि!घटना- मध्यप्रदेश जिला मुरैना कजोन घाटी, कबीर आश्रम ।#जयभीम#इंकलाब_जिंदाबाद
Saturday, June 13, 2020
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति बनने के बाद ऐक बार नेल्सन मांडेला अपने सुरक्षा कर्मियों के साथ एक होटल में खाना खाने गए। सबने अपनी अपनी पसंद का खाना आर्डर किया और खाना आने का इंतजार करने लगे। उसी समय मांडेला की सीट के सामने वाली सीट पर एक व्यक्ति अपने खाने का इंतजार कर रहा था। मांडेला ने अपने सुरक्षा कर्मी से कहा कि उसे भी अपनी टेबल पर बुला लो। ऐसा ही हुआ। सभी खाने लगे, वो आदमी भी अपना खाना खाने लगा, पर उसके हाथ खाते हुए कांप रहे थे।खाना खत्म कर वो आदमी सिर झुका कर होटल से बाहर निकल गया। उस आदमी के जाने के बाद मंडेला के सुरक्षा अधिकारी ने मंडेला से कहा कि वो व्यक्ति शायद बहुत बीमार था, खाते वख़्त उसके हाथ लगातार कांप रहे थे और वह ख़ुद भी कांप रहा था। मांडेला ने कहा नहीं ऐसा नहीं है। वह उस जेल का जेलर था, जिसमें मुझे कैद रखा गया था। जब कभी मुझे यातनाएं दी जाती थीं और मै कराहते हुए पानी मांगता था तो ये मेरे ऊपर पेशाब करता था।मांडेला ने कहा मै अब राष्ट्रपति बन गया हूं, उसने समझा कि मै भी उसके साथ शायद वैसा ही व्यवहार करूंगा । पर मेरा चरित्र ऐसा नहीं है। मुझे लगता है बदले की भावना से काम करना विनाश की ओर ले जाता है। वहीं धैर्य और सहिष्णुता की मानसिकता हमें विकास की ओर ले जाती है।पसंद आये, तो शेयर करें।
Tuesday, June 9, 2020
Iउपखंड लालसोट के श्री रामपुरा पंचायत के मुंडिया गांव में बैरवा समाज के लोगों के साथ दबंगों ने बेरहमी से मारपीट की जो कि ट्रैक्टर लोगों के ऊपर चढ़ाया गया धारदार हथियार, लाठी डंडे, गंडासों से वार किया गया, उस पीड़ित परिवार से अखिल भारतीय बैरवा महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य बलराम बैरवा, दौसा जिला सचिव जगमोहन मालिया और कमल जी देवली व साथी घमंडी लाल जी मीना मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार की सुध बुध ली पीड़ित परिवार ने बताया कि अब तक पुलिस प्रशासन ने आकर अब तक हमारी सुध नहीं ली और हमें न्याय दिलाने का प्रयास करें पीड़ित परिवार बुरी तरह से सहमा पड़ा है यहां तक कि दबंगों ने 7 माह की गर्भवती महिला के भी लात घुसें और डंडों से वार किया है, 2 लोगों की स्थिति इतनी गंभीर है कि उनका ट्रॉमा सेंटर जयपुर में उनका इलाज चल रहा है उन्होंने बताया कि एक का पैर बिल्कुल अलग हो चुका है और एक के सिर में 9 टांके आए हैं मैं बलराम बेरवा ने मौके पर पहुंचकर दूरभाष के माध्यम से राज्यसभा सांसद श्री राम कुमार वर्मा जी, पूर्व वित्त राज्य मंत्री वीरेंद्र जी मीना व भाजपा दौसा के जिलाध्यक्ष डॉ. रतन जी तिवारी को इस मामले से अवगत कराया, में बलराम बैरवा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अखिल भारतीय बैरवा महासभा प्रशासन से मांग करता हूं कि जल्द ही पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाए दबंगों की तुरंत प्रभाव से गिरफ्तारी कर जो 8 बीघा जमीन दबंगों ने कब्जे में ले रखी है उसको छुड़ाया जाए #Share #kre
बिरसा मुंडा की जीवनी
बिरसा मुंडा की गणना महान देशभक्तों में की जाती है।
भारतीय इतिहास में बिरसा मुंडा एक ऐसे नायक थे जिन्होंने भारत के झारखंड में अपने क्रांतिकारी चिंतन से उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में आदिवासी समाज की दशा और दिशा बदलकर नवीन सामाजिक और राजनीतिक युग का सूत्रपात किया।
काले कानूनों को चुनौती देकर बर्बर ब्रिटिश साम्राज्य को विघ्न में डाल दिया।15 नवंबर 1875 को झारखंड के आदिवासी दम्पति सुगना और करमी के घर जन्मे बिरसा मुंडा ने साहस की स्याही से पुरुषार्थ के पृष्ठों पर शौर्य की शब्दावली रची।
बिरसा ने अंग्रेजों के साथ साथ सूदखोर महाजनों के ख़िलाफ़ भी जंग का ऐलान किया; महाजन जो क़र्ज़ के बदले उनकी ज़मीन पर कब्ज़ा कर लेते थे ।
#बिरसामुंडा का विद्रोह मात्र विद्रोह नहीं था, वह आदिवासी #अस्मिता, #स्वायतत्ता और #संस्कृति को बचाने के लिए संग्राम था।
#बिरसा_बाबा आपकी लड़ाई अधूरी है एक और #उलगुलान जरूरी है।
।।। आज उनकी 120 वीं पुण्यतिथि पर उनको सादर प्रणाम ।।।
गुजरात में आदिवासी मामले को लेकर राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन भीम आर्मी परिवार जोधपुर
#जय_भीम_आर्मी #हुल_जोहार
आज दिनॉक 9/6/2020 टीम भीम आर्मी जोधपुर परिवार द्वारा गुजरात सरकार द्वारा आदिवासियो को अवैध तरीके से केवड़ीया एंव 14 आसपास के गावो मे आदिवासियों को उनकी जमीनों से गैर कानूनी प्रक्रिया से विस्थापित किया जा रहा है उन्हें तुरंत प्रभाव से रोका जाए जिसके संदर्भ मे जोधपुर अतिरिक्त जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया गया ज्ञापन देने मे भीम आर्मी जोधपुर जिला अध्यक्ष आनंदपाल आजाद जिला प्रभारी सुनील सरगरा लूणी ब्लॉक तहसील उपाध्यक्ष प्रेम मेहरा लूणी विधानसभा प्रभारी सूरज भील जगदीश जी बारूपाल भीम आर्मी के पदाधिकारी मौजूद थे।
Monday, June 1, 2020
Sunday, May 31, 2020
उत्तराखंड हरिद्वार में संत रैदास जी की मूर्ति तोड़ी रावण पहुंचे
https://youtu.be/dw3-qDei-0o
जय भीम कुछ दिन पहले उतराखण्ड प्रदेश के हरिद्वार जिले में सन्त शिरोमणि सतगुरु रविदास जी महाराज की मूर्ति कुछ असमाजिक तत्वों की नीच मानसिकता की वजह से खंडित कर दी गयी थी, लेकिन 4 दिन बीत जाने पर भी सरकार व प्रशासन द्वारा खंडित मूर्ति को नही बदला गया।
आज आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्र शेखर आजाद जी ने हरिद्वार पहुँच कर सरकार और प्रशासन को नींद से जगाने का कार्य किया। 24 घण्टे के अंदर नई मूर्ति की स्थापना कराने का सरकार ओर प्रशासन को समय दिया।
सन्त शिरोमणि सतगुरु रविदास जी महाराज का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
*कल जो रूखाड़ा गांव सरगरा समाज के साथ घटना हुई उस संबंध में*
*मदन लाल जी सरगरा रूखाड़ा गांव कल शाम को राजपूत समाज द्वारा उनके परिवार के साथ धारदार हत्यारों से मारपीट की गई है जोधपुर भीम आर्मी जिला प्रभारी सुनील भाटी सरगरा ने संज्ञान लेते हो तुरंत कार्रवाई करवाने की मांग उठाई नहीं तो एसपी कलेक्टर सिरोही का घेराव किया जाएगा हमारे समाज पर हुए अत्याचार को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा*
#भीम_आर्मी_के_बढ़ते_कदमभीम आर्मी जोधपुर की कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अनिल जी धेनवाल व जिला अध्यक्ष आनंदपाल आजाद जी के आदेशानुसार व महिला विंग जिला अध्यक्ष रेखा मेवाड़ा मोहम्मद यूसुफ सुनील भाटी मुकेश सोडा भीम लाडला कैलाश मांगीलाल भील अशोक केरु प्रेम मेहरा सूरज भील कानाराम मेघवाल बाप तहसील अध्यक्ष की अनुशंसा पर # राजु राम_मेघवाल_बाप_निवासी जिला :-जोधपुर को भीम आर्मी # ग्रामीण_अध्यक्ष_पद पर नियुक्त किया जाता है ! भीम आर्मी भारत एकता मिशन परिवार आप के उजव्ल भविष्य की कामना करती है जय भीम जय भीम आर्मी
Saturday, May 30, 2020
भीम आर्मी ने एसपी मनोज कुमार सिंह के खिलाफराष्ट्रपति प्रधानमंत्री राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा कर उचित कार्यवाही करने की मांग
एसपी पर राज्यपाल से संवैधानिक कार्रवाई की मांग- भीम आर्मी

जोधपुर। भीम आर्मी एकता मिशन जोधपुर द्वारा भीम आर्मी ने शुक्रवार को उज्जैन एसपी पर विभागीय कार्रवाई की मांग को लेकर कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित को एक ज्ञापन सौंपा हैजिसमें भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि उज्जैन एसपी ने असंवैधानिक बयान दिया है।
भीम आर्मी जिला अध्यक्ष आनंद पाल चौहान ने बताया कि उज्जैन पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह के वायरलेस सेट पर जय भीम बोलने पर पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया है। गौरतलब है कि एक सिपाही ने वायरलेस सेट पर जय भीम बोला था। पुलिस अधिक्षक मनोज सिंह ने इस गैर संवैधानिक मामते हुए, पुलिस कर्मचारी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की थी। शुक्रवार दोपहर भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने जोधपुर कलेक्टर के माध्यम से राष्ट्रपति प्रधानमंत्री राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया। इसमें पुलिस अधीक्षक मनोज सिह पर संवैधानिक कार्रवाई की मांग की है। कलेक्टर कार्यालय पर ज्ञापन देने के दौरान भीम आर्मी जिला अध्यक्ष आनंद पाल चौहान भीम आर्मी जिला प्रभारी सुनील भाटी सगरा लूणी तहसील उपाध्यक्ष प्रेम मेहरा आदि उपस्थित थे
Wednesday, May 27, 2020
Jay Bhim SP Manoj Kumar Singh
722. #उज्जैन_पुलिस_अधीक्षक ने अपने विभाग के कर्मचारियों से कहा यदि आप जय भीम बोलोगे तो आपको निलंबित कर दिया जाएगा,
यह तो भारतीय संविधान निर्माता जिनके कानून के तहत पूरा देश चलता है,
पुलिस विभाग चलता है,
और पुलिस विभाग का एक एसपी इस तरह की बात कहता है।
उन्हें अपने इस बयान पर शर्म आनी चाहिए,
जब लोग जय हिंद बोल सकते हैं,
जय महाकाल बोल सकते हैं,
तो जय भीम क्यों नहीं बोल सकते।
बड़ा दुख होता है जब यह सब सुनने को मिलता है कि 73 सालों के बाद भी कुछ लोगों के अंदर ऐसी जातिवाद की भावना अब भी पनप रही है।
बाबा साहेब की वजह से ही,भारत देश ,इतनी सारी #विविधताएं होने के बावजूद भी #संगठित है।
इस सब का #श्रेया #संविधान को जाता है,
और संविधान बनाने का श्रेय बाबासाहेब हो जाता है ।
जो व्यक्ति बाबा साहेब का सम्मान नहीं करता है ,
इसका मतलब,
वो व्यक्ति संविधान को अपमानित कर रहा है
और जो व्यक्ति संविधान को अपमानित कर रहा है
वह व्यक्ति,
देश को अपमानित कर रहा है ।
कहीं ना कहीं वह व्यक्ति देश #विरोधी है और देश की #एकता और #अखंडता के लिए #हानिकारक है।
बाबा साहेब का इस देश में क्या कंट्रीब्यूशन है उसके लिए मैं समय-समय पर लिखता रहा हूं और लिखता रहूंगा ।
#आइए_जानते_हैं_कि_जय_भीम_क्या?
1. जय भीम एक संघर्ष है नारी मुक्ति के लिए ।
2. जय भीम एक विचारधारा है इंसानियत के लिए ।
3. जय भीम एक लड़ाई है जुल्म और अत्याचार के खिलाफ ।
4. जय भीम एक पुकार है सोए हुए कॉम को जगाने के लिए ।
5. जय भीम एक आवाज है दबे हुए जमीर को जगाने के लिए ।
6. जय भीम एक लड़ाई है समता स्वतंत्रता बंधुत्व और न्याय के लिए।
7. जय भीम एक ललकार है देश के बहुभजनों को हुक्मरान बनाने के लिए ।
8. जय भीम एक हथियार है आदमी को, आदमी का शोषण रोकने के लिए ।
9. जय भीम कोई चुनाव या राजनेतिक नारा नही है, ना ही किसी व्यक्ति,समूह या क्षेत्र का एकाधिकार है।
10. जय भीम एक प्रण है, कि हम संविधान की रक्षा करेंगे।
11. जय भीम एक अपील है ,शिक्षित बनो,संगठित बनो,संघर्ष करो की ।
12. जय भीम एक वादा है पे बैक टू सोसायटी का ।
13. जय भीम एक वादा है, भारत की एकता के लिये मर मिटने का।
14. जय भीम एक क्रान्ति है असमानता, लिंगभेद, अंधविश्वास के खिलाफ ।
15. जय भीम एक भावना है निर्भीकता की।
16. जय भीम एक परंपरा है स्वतंत्रता, समानता,बंधुता,न्याय और धर्मनिरपेक्षता की।
17. जय भीम एक उत्तरदान है बुद्ध,अशोक,कबीर,ज्योतिबा,सावित्रीबाई और बाबासाहब के विचारों का।
18. जय भीम एक योजना है व्यक्ति,परिवार,समाज,देश और दुनिया मे लोकतंत्र,नैतिकता,विज्ञान,शान्ति और विकास के लिए ।
19. जय भीम का विरोध ही जय भीम की आवश्यकता को दर्शाता है।
20. गर्व से कहो- जय भीम
मै झुक नही सकता,
मै शौर्य का अखँड भाग हूं।
जला दे जो दुश्मन कि रुह तक,
मै वही "अम्बेडकरवाद की आग" हूं।
#Note:- पोस्ट पर कमेंट सही तर्कों के साथ और सही शब्दों के साथ करिएगा और एक सभ्य नागरिक का परिचय दीजिएगा🙏
Thursday, February 20, 2020
मानवाधिकार की हत्या
आज मानव अधिकार की हत्या हुई है कानून की हत्या हुई है आज दो आदमी के साथ में बड़ा अत्याचार हुआ है और एक को तो मौत भी हो चुकी है यह खींवसर तहसील की खबर है यह आज की खबर है यह दोनों मेघवाल जाति के थे
Tuesday, February 4, 2020
kanehya is the best
दुनियां की प्रतिष्ठित मैग्जीन #फोर्ब्स में भारत के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय(JNU) के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष #डॉ_कन्हैया_कुमार को विश्व के टॉप-20 #निर्णायक लोगों की सूची में 12वां स्थान मिला हैं फोर्ब्स ने #कन्हैया को आगामी दशक का #निर्णायक चेहरा बताया !!
सड़कों से लेकर #संसद, #थानों से लेकर #तिहाड़ तक #अन्तर्राष्ट्रीय मुद्दों को अपने रंग में लाने वाला, दिखने में मासूम सा चेहरा आज भारत के अनेकों #हस्तियों को #पछाड़ते हुए दुनियां में आगामी दशक की 20 #शक्तिशाली लोगों की सूची में शामिल होने वाला कन्हैया आज उन लोगों के मुंह पर तमाचा मार गया जो किसी की सोची समझी साजिश के तहत उनको #देशद्रोही समझते थे !!
बहुत-बहुत #बधाई हो #कन्हैया
#kanhaiya_kumar
Sunday, February 2, 2020
भंवर लाल जी नवल की जीवनी
श्री श्री भवंरलाल नवल का जन्म फरवरी 1947 में नागौर जिले के ग्राम छोटी खाटू में श्री हजारीमल नवल के घर हुआ । इनकी माता का नाम श्रीमती मनोहर देवी है । श्री हजारीमल के पांच पुत्र एवं तीन पुत्रियों में से श्री भंवरलाल नवल सबसे बड़े पुत्र हैं । श्री हजारीमल की स्थिति कमजोर थी । श्री भवंरलाल नवल ने प्राथमिक एवं सैकण्ड्री तक की शिक्षा छोटी खाटू में ही सरकारी स्कूल में प्राप्त की । सैकण्ड्री स्कूल पास करने के बाद श्री नवल वर्ष 1964 उच्च शिक्षा के लिए जोधपुर गए । एस.एम.के. कॉलेज जोधपुर में दाखिला लिया । इस दौरान श्री भंवरलाल नवल रैगर समाज के श्री ज्ञानगंगा छात्रावास, नागोटी गेट में रहे । छात्रावास संस्थापक एवं प्रबन्धक स्वामी गोपालरामजी महाराज ने आपको भरपूर सहयोग और प्रोत्साहन दिया । घर की आर्थिक परिस्थितियाँ तथा पढ़ाई में कमजोर होने की वजह से वर्ष 1965 पढ़ाई छोड़ कर आप वापस अपने गांव छोटी खाटू आ गए । वर्ष 1966 में आपको अध्यापक की नौकरी मिल गई । प्राईमरी स्कूल ग्राम फरड़ौद जिला नागौर में अध्यापक नियुक्त हुए । वहाँ लगभग छ: माह नौकरी की । वहाँ से नौकरी छोड़ कर राजस्थान राज्य क्रय विक्रय संघ, जयपुर में बाबू (Clerk) के पद पर नियुक्त हुए । नौकरी के दौरान वे आलनियावास जिला नागौर निवासी श्री धन्नाराम कुरड़िया के सम्पर्क में आए । श्री धन्नाराम कुरड़िया का मुम्बई में चमड़े से निर्मित उत्पादों का बहुत बड़ा कारोबार था । उनका नाम विदेशी निर्यातकों में था । श्री भंवरलाल नवल सन् 1968 में बाबू की नौकरी छोड़कर मुम्बई चले गए और श्री धन्नाराम कुरड़िया के वहाँ सेल्समेन लग गए । श्री भंवरलाल नवल ने अपनी मेहनत और लगन से अपने आपको एक सफल सेल्समेन साबित किया । इस वजह से इन्हें निर्यात का कार्य भी सोंप दिया गया । श्री धन्नाराम कुरड़िया के वहाँ दो साल नौकरी की । वहाँ से नौकरी छोड़ने के बाद अपना स्वयं का इसी लाईन का व्यापार मुम्बई में शुरू किया । धीरे-धीरे निर्यात के क्षेत्र में प्रवेश किया । सन् 1977 तक अपना धन्धा अच्छा जमा दिया । सन् 1977 से 1981 तक श्री भंवरलाल नवल व्यापार के सम्बंध में अमेरिका गए और वहीं रहें । वर्ष 1982-83 में ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन किया जिसे स्वीकार कर लिया गया । इससे श्री भंवरलाल नवल को भारत से अमेरिका आने जाने की सुविधा मिल गई । अमेरिका में चमड़े के उत्पदों का व्यापार करते हुए उनका ध्यान दूसरे धन्धे की तरफ गया । पुराने मकानों को खरीद कर उसकी मररम्मत करके पुर: बेचने के धन्धे में रूचि ली । इसमें उन्हें अच्छा लाभ मिला । आज श्री भवंरलाल नवल की रैगर समाज में प्रतिष्ठा शीर्ष पर है । अमेरिका में भी बड़े व्यापारियों की सूची में उनका नाम जुड़ गया है । वे आज कई करोड़ों के मालिक है ।
हजारीमल मनोहरीदेवी चेरिटेबल ट्रस्ट- वर्ष 1994 में श्री भंवरलाल नवल ने एक ट्रस्ट बनाया जिसका नाम 'हजारीमल मनोहरीदेवी चेरिटेबल ट्रस्ट' रखा । ग्यारह सदस्यों के बोर्ड में श्री भंवरलाल नवल की माता श्रीमती मनोहरीदेवी अध्यक्ष है और ट्रस्ट का सारा कार्य श्री भंवरलाल नवल स्वयं देखते हैं । शेष सदस्यों की नियुक्ति अध्यक्ष द्वारा की जाती है । इस ट्रस्ट का उद्देश्य है समाज सुधार के कार्यों को प्रोत्साहन देना तथा शिक्षा को बढ़ावा देना । श्री नवल ने ज्यादातर धन सामूहिक विवाह तथा शिक्षा पर व्यय किया । सामूहिक विवाह का आयोजन 21 फरवरी, 2000 में दिल्ली में 21 जोड़ों से शुरू किया । इस आयोजन में दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, श्री सुरेन्द्रपाल रातावाल, मीरां कंवरिया तथा मोतीलाल बाकोलिया सम्मिलित हुए । दिल्ली निवासी श्री ज्ञानचन्द्र खटनावलिया ने व्यवस्था की कमान संभाली थी । इसके पश्चात् 7 नवम्बर, 2000 को नागौर में 56 जोड़ों का सामूहिक विवाह सम्पन्न करवाया । इसमें मुख्यमंत्री राजस्थान श्री अशोक गहलोत, श्री छोगाराम बाकोलिया मंत्री राजस्थान सरकार तथा स्वामी गोपालरामजी महाराज प्रमुख रूप से शरीक हुए । 29 जनवरी, 2001 को मुम्बई में 20 जोड़ों का सामूहिक विवाह सम्पन्न करवाया । 27 फरवरी, 2002 को जोधपुर (राज.) में 65 जोड़ों का सामूहिक विवाह ट्रस्ट द्वारा सफलतापूर्वक सम्पन्न करवाया गया । इसमें मुख्य अतिथि श्री धर्मदास शास्त्री पूर्व सांसद थे । 17 फरवरी, 2002 को छोटी खाटू जिला नागौर में 27 जोड़ों का सामूहिक विवाह का ट्रस्ट द्वारा आयोजन किया गया । इसमें श्री छोगाराम बाकोलिया मंत्री राजस्थान सरकार मुख्य अतिथि थे । वर्ष 1994 में हजारीमल मनोहरदेवी चेरिटेबल ट्रस्ट ने गरीब और जरूरतमंद लोगों के नि:शुल्क इलाज के लिए ठक्करबापा कॉलोनी, मुम्बई में चिकित्सालय की स्थापना की । यह चिकित्सालय वर्ष 1994 से नि नवल का जन्म फरवरी 1947 में नागौर जिले के ग्राम छोटी खाटू में श्री हजारीमल नवल (खटनावलिया) के घर हुआ । इनकी माता का नाम श्रीमती मनोहर देवी है । श्री हजारीमल के पांच पुत्र एवं तीन पुत्रियों में से श्री भंवरलाल नवल सबसे बड़े पुत्र हैं । श्री हजारीमल की स्थिति कमजोर थी । श्री भवंरलाल नवल ने प्राथमिक एवं सैकण्ड्री तक की शिक्षा छोटी खाटू में ही सरकारी स्कूल में प्राप्त की । सैकण्ड्री स्कूल पास करने के बाद श्री नवल वर्ष 1964 उच्च शिक्षा के लिए जोधपुर गए । एस.एम.के. कॉलेज जोधपुर में दाखिला लिया । इस दौरान श्री भंवरलाल नवल रैगर समाज के श्री ज्ञानगंगा छात्रावास, नागोटी गेट में रहे । छात्रावास संस्थापक एवं प्रबन्धक स्वामी गोपालरामजी महाराज ने आपको भरपूर सहयोग और प्रोत्साहन दिया । घर की आर्थिक परिस्थितियाँ तथा पढ़ाई में कमजोर होने की वजह से वर्ष 1965 पढ़ाई छोड़ कर आप वापस अपने गांव छोटी खाटू आ गए । वर्ष 1966 में आपको अध्यापक की नौकरी मिल गई । प्राईमरी स्कूल ग्राम फरड़ौद जिला नागौर में अध्यापक नियुक्त हुए । वहाँ लगभग छ: माह नौकरी की । वहाँ से नौकरी छोड़ कर राजस्थान राज्य क्रय विक्रय संघ, जयपुर में बाबू (Clerk) के पद पर नियुक्त हुए । नौकरी के दौरान वे आलनियावास जिला नागौर निवासी श्री धन्नाराम कुरड़िया के सम्पर्क में आए । श्री धन्नाराम कुरड़िया का मुम्बई में चमड़े से निर्मित उत्पादों का बहुत बड़ा कारोबार था । उनका नाम विदेशी निर्यातकों में था । श्री भंवरलाल नवल सन् 1968 में बाबू की नौकरी छोड़कर मुम्बई चले गए और श्री धन्नाराम कुरड़िया के वहाँ सेल्समेन लग गए । श्री भंवरलाल नवल ने अपनी मेहनत और लगन से अपने आपको एक सफल सेल्समेन साबित किया । इस वजह से इन्हें निर्यात का कार्य भी सोंप दिया गया । श्री धन्नाराम कुरड़िया के वहाँ दो साल नौकरी की । वहाँ से नौकरी छोड़ने के बाद अपना स्वयं का इसी लाईन का व्यापार मुम्बई में शुरू किया । धीरे-धीरे निर्यात के क्षेत्र में प्रवेश किया । सन् 1977 तक अपना धन्धा अच्छा जमा दिया । सन् 1977 से 1981 तक श्री भंवरलाल नवल व्यापार के सम्बंध में अमेरिका गए और वहीं रहें । वर्ष 1982-83 में ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन किया जिसे स्वीकार कर लिया गया । इससे श्री भंवरलाल नवल को भारत से अमेरिका आने जाने की सुविधा मिल गई । अमेरिका में चमड़े के उत्पदों का व्यापार करते हुए उनका ध्यान दूसरे धन्धे की तरफ गया । पुराने मकानों को खरीद कर उसकी मररम्मत करके पुर: बेचने के धन्धे में रूचि ली । इसमें उन्हें अच्छा लाभ मिला । आज श्री भवंरलाल नवल की रैगर समाज में प्रतिष्ठा शीर्ष पर है । अमेरिका में भी बड़े व्यापारियों की सूची में उनका नाम जुड़ गया है । वे आज कई करोड़ों के मालिक है ।
हजारीमल मनोहरीदेवी चेरिटेबल ट्रस्ट- वर्ष 1994 में श्री भंवरलाल नवल ने एक ट्रस्ट बनाया जिसका नाम 'हजारीमल मनोहरीदेवी चेरिटेबल ट्रस्ट' रखा । ग्यारह सदस्यों के बोर्ड में श्री भंवरलाल नवल की माता श्रीमती मनोहरीदेवी अध्यक्ष है और ट्रस्ट का सारा कार्य श्री भंवरलाल नवल स्वयं देखते हैं । शेष सदस्यों की नियुक्ति अध्यक्ष द्वारा की जाती है । इस ट्रस्ट का उद्देश्य है समाज सुधार के कार्यों को प्रोत्साहन देना तथा शिक्षा को बढ़ावा देना । श्री नवल ने ज्यादातर धन सामूहिक विवाह तथा शिक्षा पर व्यय किया । सामूहिक विवाह का आयोजन 21 फरवरी, 2000 में दिल्ली में 21 जोड़ों से शुरू किया । इस आयोजन में दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, श्री सुरेन्द्रपाल रातावाल, मीरां कंवरिया तथा मोतीलाल बाकोलिया सम्मिलित हुए । दिल्ली निवासी श्री ज्ञानचन्द्र खटनावलिया ने व्यवस्था की कमान संभाली थी । इसके पश्चात् 7 नवम्बर, 2000 को नागौर में 56 जोड़ों का सामूहिक विवाह सम्पन्न करवाया । इसमें मुख्यमंत्री राजस्थान श्री अशोक गहलोत, श्री छोगाराम बाकोलिया मंत्री राजस्थान सरकार तथा स्वामी गोपालरामजी महाराज प्रमुख रूप से शरीक हुए । 29 जनवरी, 2001 को मुम्बई में 20 जोड़ों का सामूहिक विवाह सम्पन्न करवाया । 27 फरवरी, 2002 को जोधपुर (राज.) में 65 जोड़ों का सामूहिक विवाह ट्रस्ट द्वारा सफलतापूर्वक सम्पन्न करवाया गया । इसमें मुख्य अतिथि श्री धर्मदास शास्त्री पूर्व सांसद थे । 17 फरवरी, 2002 को छोटी खाटू जिला नागौर में 27 जोड़ों का सामूहिक विवाह का ट्रस्ट द्वारा आयोजन किया गया । इसमें श्री छोगाराम बाकोलिया मंत्री राजस्थान सरकार मुख्य अतिथि थे । वर्ष 1994 में हजारीमल मनोहरदेवी चेरिटेबल ट्रस्ट ने गरीब और जरूरतमंद लोगों के नि:शुल्क इलाज के लिए ठक्करबापा कॉलोनी, मुम्बई में चिकित्सालय की स्थापना की । यह चिकित्सालय वर्ष 1994 से नि
bahujan hiteshi ramji sakpal
डॉ.अंबेडकर का पूर्वज गांव अंबावडे है, महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के एक छोटे से शहर Mandanged से पांच मील दूर है। डॉ.अम्बेडकर के दादाजी मालोजी सकपाल ईस्ट इंडिया कंपनी की बॉम्बे सेना में हवलदार थे। कहा जाता है कि युद्ध के मैदान में बहादुरी के कृत्यों के लिए उन्हें कुछ जमीन आवंटित की गई थी। मालोजी सकपाल के दो बच्चे थे - रामजी मालोजी सकपाल (पुत्र) और मीरा बाई (बेटी)।
अपने पिता की तरह, रामजी भी सेना में शामिल हो गए। वह एक प्रबुद्ध व्यक्ति थे जिन्होंने कठोर परिश्रम किया और अंग्रेजी भाषा में दक्षता प्राप्त की। पूना में सेना सामान्य स्कूल से शिक्षण में डिप्लोमा प्राप्त किया। नतीजतन आर्मी स्कूल में शिक्षक के रूप में नियुक्त मिली, हेड मास्टर के रूप में कार्य किया और सुबेदार मेजर का पद प्राप्त किया। रामजी अस्पृश्य (महार) व कबीर पंथ से संबंधित थे।
रामजी सकपाल के 14 बच्चे थे, 14 वें भिमराव (डॉ.अम्बेडकर) थे। हालांकि केवल तीन बेटे - बलराम, आनंदराव और भीमराव - और दो बेटियां - मंजुला और तुलसा ही बच पायी। महाराष्ट्र में भक्ति आंदोलन ने रामजी सकपाल के परिवार को प्रभावित किया था, रामजी सकपाल ने अपने बच्चों को सख्त धार्मिक माहौल में पाला था। इस प्रकार, बचपन के दौरान भीमराव भक्ति गीत गाते थे। रामजी सकपाल का दृष्टिकोण अपने बच्चों के विकास के प्रति जिम्मेदारी भरा था। वे बच्चों के विकास में दिलचस्पी रखते थे।
रामजी 1894 में सेवानिवृत्त हुए और दो साल बाद दापोली से सतारा चले गए। कुछ समय बाद भीमराव की मां (भीमा बाई) की मृत्यु हो गई। रामजी सकपाल दूसरा विवाह कर लिया। रामजी सकपाल ने भीमराव की महत्वाकांक्षा को उसकी शिक्षा की दिशा में कम नहीं किया। रामजी सकपाल अपने बच्चों के सुधार और विशेष रूप से भीमराव की बौद्धिक आकांक्षाओं के प्रति दृढ़ और प्रतिबद्ध थे।
1904 में बॉम्बे प्रवास के दौरान परेल में किराए के कमरे पर, रामजी सकपाल ने डॉ अम्बेडकर की विशेष रूप से अत्यधिक देखभाल की। वे अपने बेटे से जल्दी बिस्तर पर जाने के लिए कहते थे और खुद 2 बजे तक काम करते और अध्ययन के लिए अपने बेटे को जागृत करने के बाद बिस्तर पर जाते। अपने पिता के मार्गदर्शन में भीमराव ने अनुवाद कार्य में अनुभव प्राप्त किया। भीमराव का अंग्रेजी भाषा का ज्ञान उनकी कक्षा के साथी की तुलना में अच्छा था, जो भाषा में उनके पिता की रुचि को सौजन्य देता था। भीमराव की किताबों की इच्छा अत्यधिक थी जिसे उनके महान पिता द्वारा समर्थित किया गया था। सकपाल जी ने अविस्मरणीय रूप से भीमराव को नई किताबों की पूर्ति की, अक्सर अपनी दो विवाहित बेटियों से धन उधार लेते हुए भी, अपने गहने को गिरवी रखते हुए, जो उन्हें शादी के उपहार के रूप में मिले थे, जिन्हें मासिक पेंशन प्राप्त करने के बाद उन्हें छुड़ा लेते थे, जो कि मात्र पचास रुपये होती थी।
भीमराव बड़ौदा नरेश सयाजीराव गायकवाड़ से केलुस्कर जी (भीमराव के शिक्षक) के माध्यम से प्रति माह पच्चीस रुपये की छात्रवृत्ति प्राप्त करने में सफल हुए थे। महाराजा ने एक साक्षात्कार में भीमराव के बारे में खुद को संतुष्ट करने के बाद इस राशि को मंजूरी दी थी। भीमराव ने 1912 में बीए उत्तीर्ण करने के बाद, जनवरी 1913 में बड़ौदा राज्य की सेवा में बड़ौदा राज्य सैन्यबल में लेफ्टिनेंट के रूप में सेवा में प्रवेश किया। डॉ अम्बेडकर को एक टेलीग्राम मिला जिसमें उन्हें सूचित किया गया कि उनके पिता बॉम्बे में गंभीर रूप से बीमार थे। उन्होंने तुरंत अपने पिता के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए बड़ौदा छोड़ा। घर जाने के बाद वह सूरत स्टेशन पर अपने पिता के लिए मीठा खरीदने के लिए उतर गये और ट्रेन चूक गए। अगले दिन जब वह बॉम्बे पहुंचे तो उनके पिता की आंखें केवल अपने प्रिय बेटे को खोज रही थी जिन पर उन्होंने अपने विचारों, आशाओं और अस्तित्व को न्योछावर किया था। उसने अपने कमजोर हाथ अपने बेटे की पीठ पर रखे और अगले पल उनकी आंखें बंद हो गईं। भीमराव के दुख का विस्फोट इतना बड़ा था कि सांत्वना के शब्द उसके दिल को शांत करने में नाकाम रहे और उसके बड़े विलाप ने परिवार के सदस्यों को शोक की लहरों को डूबा दिया। यह 02 फरवरी 1913 था, भीमराव अम्बेडकर के जीवन में सबसे दुखद दिन।
इस प्रकार एक अस्पृश्य, सुबेदार मेजर रामजी मालोजी सकपाल का निधन हो गया, जो अपने जीवन के अंत तक मेहनती, कठोर, भक्तिपूर्ण और महत्वाकांक्षी थे। वह उम्र में परिपक्व, लेकिन धन में गरीब, कर्ज के कारण; लेकिन चरित्र में अनुकरणीय। अपने बेटे में संसार भर की बुराइयों और दुखों से लड़ने की ताकत देकर, जीवन की लड़ाई लड़ने के लिए पीछे छोड़ गए ।
भिमराव के जन्म से बीए डिग्री पूरी करने तक रामजी सकपाल एक प्रेरणादायक परी के रूप में खड़े थे। वे रामजी सकपाल ही थे जिन्होंने भिमराव के दिमाग और व्यक्तित्व को आकार दिया। रामजी सकपाल, भिमराव के धैर्य, भक्ति और समर्पण के मूर्तिकार थे। रामजी सकपाल द्वारा दिखाई गई राह ने भीमराव को विदेशों में शिक्षा प्राप्त करने में मदद की और उन विचारों को विकसित करने में जो उन्हें पीड़ितों के मसीहा बनाने के लिए आवश्यक थे। डॉ अम्बेडकर ने अपने पिता और मां को, उनके अतुलनीय त्याग की याद में और उनके शिक्षा के मामले में दिखाए गई जागृति के प्रति कृतज्ञता के प्रतीक के रूप में अपनी पुस्तक, 'द प्रॉब्लम ऑफ द रुपी' समर्पित की।
आज के दिन : 2 फरवरी
1-2.2.11?? वीर मेघमाया जयंती
2-2.2.1922 बाबू जगदेव प्रसाद जन्म दिवस
3-2.2.1950 मुकुंदराव आंबेडकर परिनिर्वाण दिवस
4-2.2.1935 मधुकर पिपलायन जन्मदिन
5-2.2.1913 रामजी मालोजी सकपाल स्मृति दिवस
Saturday, February 1, 2020
शाहीन बाग में 48 घंटा बाद फिर गोलीबारीमें दूसरी बार गोलीबारी
साइन बाग में 48 घंटे बाद फिर गोली कपिल गुर्जर ने चलाई गोली उसने कहा यह देश हिंदुओं का है साथियों पुलिस ने आर एक्ट 307 धारा के तहत मुकदमा दर्ज करके आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और पुलिस जांच कर रही है साथ ही दिल्ली में जामिया में गोली चली थी जिसमें पुलिस आयुक्त प्रवीन रंजन एम्स में भर्ती शाबाद से मिलने गए
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