Sunday, June 14, 2020
स्तब्ध हूँ.बॉलीवुड से एक बेहद ही बुरी खबर आ रही है. एम एस धोनी जैसी हिट फिल्म देने वाले मशहूर युवा अभिनेता और IIT JEE जैसी अति प्रतिष्ठित परीक्षा के ऑल इंडिया टॉपर रहे सुशांत सिंह राजपूत ने खुदकुशी कर ली है.🙏🙏🙏फ़िल्म #chichhore में तनाव,दबाव,परेशानी,अवसाद और असफलता से लड़ने की शिक्षा देने वाला प्रतिभासम्पन्न युवा आज खुद की परेशानी से हार गया. सुशांत सिंह ने इस फिल्म में अपने बेटे को समझाया कि आत्महत्या किसी समस्या का समाधान नहीं है.जीवन में हार जीत चलती रहती है.हँसमुख चेहरे वाले लोग भीतर से कितने तनावग्रस्त होते हैं,दुर्भाग्यवश हम इसका अनुमान नहीं लगा सकते.😢😢😢हमने बेहतरीन अभिनेता को खो दिया.अश्रुपूरित श्रद्धाजंलि!ईश्वर उनकी आत्मा को अपने श्रीचरणों मे स्थान दे और उनके परिजनों,शुभ चिंतकों को इस वज्रपात को सहने की शक्ति दे.#RIPSushantSinghRajput #श्रद्धांजलि_सुशांत_सिंह_राजपूत
मध्यप्रदेश में बाबा साहब की मूर्ति तोड़ीकोरोना का खौफ नहीं #बाबासाहेब का खौफ चल रहा है मनुवादीयो के दिलो में, क्या शख्सियत रही होगी उस व्यक्ति कि जिसकी मूर्ती से मनुवादी आज भी इतने विचलित बैचैन हो जाते हैं। सुनो वे कायरो मूर्ती तोङने से #अंबेडकर मरा नही करते बल्कि!घटना- मध्यप्रदेश जिला मुरैना कजोन घाटी, कबीर आश्रम ।#जयभीम#इंकलाब_जिंदाबाद
Saturday, June 13, 2020
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति बनने के बाद ऐक बार नेल्सन मांडेला अपने सुरक्षा कर्मियों के साथ एक होटल में खाना खाने गए। सबने अपनी अपनी पसंद का खाना आर्डर किया और खाना आने का इंतजार करने लगे। उसी समय मांडेला की सीट के सामने वाली सीट पर एक व्यक्ति अपने खाने का इंतजार कर रहा था। मांडेला ने अपने सुरक्षा कर्मी से कहा कि उसे भी अपनी टेबल पर बुला लो। ऐसा ही हुआ। सभी खाने लगे, वो आदमी भी अपना खाना खाने लगा, पर उसके हाथ खाते हुए कांप रहे थे।खाना खत्म कर वो आदमी सिर झुका कर होटल से बाहर निकल गया। उस आदमी के जाने के बाद मंडेला के सुरक्षा अधिकारी ने मंडेला से कहा कि वो व्यक्ति शायद बहुत बीमार था, खाते वख़्त उसके हाथ लगातार कांप रहे थे और वह ख़ुद भी कांप रहा था। मांडेला ने कहा नहीं ऐसा नहीं है। वह उस जेल का जेलर था, जिसमें मुझे कैद रखा गया था। जब कभी मुझे यातनाएं दी जाती थीं और मै कराहते हुए पानी मांगता था तो ये मेरे ऊपर पेशाब करता था।मांडेला ने कहा मै अब राष्ट्रपति बन गया हूं, उसने समझा कि मै भी उसके साथ शायद वैसा ही व्यवहार करूंगा । पर मेरा चरित्र ऐसा नहीं है। मुझे लगता है बदले की भावना से काम करना विनाश की ओर ले जाता है। वहीं धैर्य और सहिष्णुता की मानसिकता हमें विकास की ओर ले जाती है।पसंद आये, तो शेयर करें।
Tuesday, June 9, 2020
Iउपखंड लालसोट के श्री रामपुरा पंचायत के मुंडिया गांव में बैरवा समाज के लोगों के साथ दबंगों ने बेरहमी से मारपीट की जो कि ट्रैक्टर लोगों के ऊपर चढ़ाया गया धारदार हथियार, लाठी डंडे, गंडासों से वार किया गया, उस पीड़ित परिवार से अखिल भारतीय बैरवा महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य बलराम बैरवा, दौसा जिला सचिव जगमोहन मालिया और कमल जी देवली व साथी घमंडी लाल जी मीना मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार की सुध बुध ली पीड़ित परिवार ने बताया कि अब तक पुलिस प्रशासन ने आकर अब तक हमारी सुध नहीं ली और हमें न्याय दिलाने का प्रयास करें पीड़ित परिवार बुरी तरह से सहमा पड़ा है यहां तक कि दबंगों ने 7 माह की गर्भवती महिला के भी लात घुसें और डंडों से वार किया है, 2 लोगों की स्थिति इतनी गंभीर है कि उनका ट्रॉमा सेंटर जयपुर में उनका इलाज चल रहा है उन्होंने बताया कि एक का पैर बिल्कुल अलग हो चुका है और एक के सिर में 9 टांके आए हैं मैं बलराम बेरवा ने मौके पर पहुंचकर दूरभाष के माध्यम से राज्यसभा सांसद श्री राम कुमार वर्मा जी, पूर्व वित्त राज्य मंत्री वीरेंद्र जी मीना व भाजपा दौसा के जिलाध्यक्ष डॉ. रतन जी तिवारी को इस मामले से अवगत कराया, में बलराम बैरवा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अखिल भारतीय बैरवा महासभा प्रशासन से मांग करता हूं कि जल्द ही पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाए दबंगों की तुरंत प्रभाव से गिरफ्तारी कर जो 8 बीघा जमीन दबंगों ने कब्जे में ले रखी है उसको छुड़ाया जाए #Share #kre
बिरसा मुंडा की जीवनी
बिरसा मुंडा की गणना महान देशभक्तों में की जाती है।
भारतीय इतिहास में बिरसा मुंडा एक ऐसे नायक थे जिन्होंने भारत के झारखंड में अपने क्रांतिकारी चिंतन से उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में आदिवासी समाज की दशा और दिशा बदलकर नवीन सामाजिक और राजनीतिक युग का सूत्रपात किया।
काले कानूनों को चुनौती देकर बर्बर ब्रिटिश साम्राज्य को विघ्न में डाल दिया।15 नवंबर 1875 को झारखंड के आदिवासी दम्पति सुगना और करमी के घर जन्मे बिरसा मुंडा ने साहस की स्याही से पुरुषार्थ के पृष्ठों पर शौर्य की शब्दावली रची।
बिरसा ने अंग्रेजों के साथ साथ सूदखोर महाजनों के ख़िलाफ़ भी जंग का ऐलान किया; महाजन जो क़र्ज़ के बदले उनकी ज़मीन पर कब्ज़ा कर लेते थे ।
#बिरसामुंडा का विद्रोह मात्र विद्रोह नहीं था, वह आदिवासी #अस्मिता, #स्वायतत्ता और #संस्कृति को बचाने के लिए संग्राम था।
#बिरसा_बाबा आपकी लड़ाई अधूरी है एक और #उलगुलान जरूरी है।
।।। आज उनकी 120 वीं पुण्यतिथि पर उनको सादर प्रणाम ।।।
गुजरात में आदिवासी मामले को लेकर राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन भीम आर्मी परिवार जोधपुर
#जय_भीम_आर्मी #हुल_जोहार
आज दिनॉक 9/6/2020 टीम भीम आर्मी जोधपुर परिवार द्वारा गुजरात सरकार द्वारा आदिवासियो को अवैध तरीके से केवड़ीया एंव 14 आसपास के गावो मे आदिवासियों को उनकी जमीनों से गैर कानूनी प्रक्रिया से विस्थापित किया जा रहा है उन्हें तुरंत प्रभाव से रोका जाए जिसके संदर्भ मे जोधपुर अतिरिक्त जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया गया ज्ञापन देने मे भीम आर्मी जोधपुर जिला अध्यक्ष आनंदपाल आजाद जिला प्रभारी सुनील सरगरा लूणी ब्लॉक तहसील उपाध्यक्ष प्रेम मेहरा लूणी विधानसभा प्रभारी सूरज भील जगदीश जी बारूपाल भीम आर्मी के पदाधिकारी मौजूद थे।
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